नारी शक्ति
रचयित्री - स्तुति राजीव
आज यानी कि 21 अगस्त 2021 से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाया जाने वाला अभियान मिशन शक्ति अपने तीसरे व अंतिम चरण में आ चूका है |
रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर मिशन शक्ति 3.0 का शुभारम्भ माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल व वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने किया |
इस अभियान के शुभारम्भ कार्यक्रम प्रदेश भर में हुए , जिनमें उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं को सम्मानित किया गया |
मैं स्तुति राजीव, स्वयं भी इस अभियान का छोटा सा भाग रही हूँ |
मिशन शक्ति के नए चरण के शुभारम्भ पर मेरी कुछ पंक्तियाँ प्रस्तुत हैं -
नारी शक्ति
रचयित्री - स्तुति राजीव
माँ संग प्रवेश कर जब,
भवन में लक्ष्मी वास कराती है।
घर की वह संतान तब,
कन्या की संज्ञा पाती है।।
अनुशासित आचरण संग जब,
तपश्चारिणी रूप दिखाती है।
हर पिता की वही संतति तब,
आत्मजा कही जाती है।।
ज्ञानदा का रूप धर जब,
जीवन के पाठ पढ़ाती है।
संतोषी से भाव लिये तब,
वह अग्रजा बन जाती है।।
अष्टभुजा स्वरूपा बन,
भवन में मंगल लाती है।
घर को परिवार बनाकर,
वह गृहलक्ष्मी कहलाती है।।
संसार में लाकर जो,
हमको जीवन दर्शाती है,
इस ही रूप में तो नारी,
मैया कही जाती है।।
माँ हो या हो अर्धांगिनी,
बहन, बहू या सुता रूप में,
आदिशक्ति का अंश है वो,
जो यह सम्बन्ध निभाती है।।
जब जब अनिवार्य हुआ,
यही साध्वी पुष्प त्याग,
खड्ग धारण कर आयी है,
संतोषी ही रुद्राणी कहलायी है।।
भिन्न भिन्न रूपों में भी,
यह कल्याणी बन जाती है।
ईश्वर की यह अनोखी रचना
शक्ति कही जाती है।।
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स्टेयर्स पर आने के लिए धन्यवाद ।
अति सुंदर.. अपने भावों को कविता का रूप देना, एक सुखद अनुभव है.. अपनी इस कला को और निखारने का प्रयास करो... खुश रहो...
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आपका ||
Deleteआपकी यही प्रतिक्रियाएं मुझे प्रेरणा देती है ||
धन्यवाद
Fabulous...👍👍
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